आजादी के 78 साल - कितना बदला भारत

दोस्तों,
ज़रा आँखें बंद कीजिए और दिल से उस पल की कल्पना कीजिए — बाहर अँधेरा, पर भीतर भारत के प्रत्येक घर में उजाला। 15 अगस्त 1947 की रात वो थी,  हर चीख, हर उम्मीद, हर तड़प को एक जोश में बदल रहा था। वह सिर्फ स्वतंत्रता का जश्न नहीं था, हजारों साल के उजाड़ से निकली एक नई सुबह का पैगाम था।
15 अगस्त 1947 की वह ऐतिहासिक रात… दिल्ली का पथ पत्थर कम थे, लेकिन आत्माओं में जो चमक थी, वह आज भी किसी दीपक से कम नहीं।
जवाहरलाल नेहरू ने कहा:
"At the stroke of the midnight hour, when the world sleeps, India will awake to life and freedom."
और हकीकत में, यह किसी राष्ट्र का जन्म नहीं था—यह लाखों सपनों का, एक नए भारत का पुनर्जन्म था।

लेकिन क्या हम सच में आज़ाद हैं? क्या हमारी सोच, हमारा आत्म-विश्वास, हमारा वैज्ञानिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास उस आज़ादी के आदर्श की तरह मुस्कुरा रहा है या अभी भी दूरी बना हुआ है?
अगर हम गणित की भाषा में देखें—2025 − 1947 = 78 साल पूरी—लेकिन अगर गिनें “मनाए गए स्वतंत्रता दिवस”—तो 79वां स्वतंत्रता दिवस आएगा। यह गणित और भावनात्मक, दोनों दृष्टिकोण से सत्य हैं और हमें इनको समझना चाहिए।भारत की आजादी को 78 साल हो गए हैं और हमारे देश कई क्षेत्रों में काफी तरक्की है. आज की स्थिति 78 साल पहले के भारत से काफी अलग है. आइए जानते हैं जिस दिन भारत आजाद हुआ था उस दिन और आज की स्थिति में कितना बदलाव हुआ है...
आइए, आइए इस यात्रा को दशक-दर-दशक, बिंदु-दर-बिंदु, आँकड़ों, उदाहरणों और कहानियों से सजाकर उस मंच तक लेकर चलते हैं जहाँ यह व्याख्यान देश को प्रेरित करे।

15 अगस्त 1947 को भारत का एक रुपया एक डॉलर के बराबर था, जो कि अब 85 रुपये तक पहुंच गया है. 

दोस्तों, जब हमने आज़ादी पाई थी, तब भारत की हालत कुछ यूँ थी –

  • प्रति व्यक्ति आय मात्र ₹250 सालाना।

  • निर्यात से ज्यादा आयात।

  • औद्योगिक आधार कमजोर।

  • कृषि पर अत्यधिक निर्भरता – लगभग 70% लोग खेती करते थे, वो भी बारिश के भरोसे।

  •  वैश्विक GDP में भारत का हिस्सा ~3% था (ब्रिटिश काल से पहले ~24%)।

  • 70% जनसंख्या खेती पर निर्भर, बिजली, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएँ अनुपलब्ध।

उस समय की सरकार के सामने सबसे बड़ा सवाल था – “रोटी, कपड़ा, मकान कैसे देंगे?”

और आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।

  • GDP: 4.2 ट्रिलियन डॉलर के आसपास।

  • IT, फार्मा, ऑटोमोबाइल, अंतरिक्ष तकनीक, रक्षा उत्पादन में अग्रणी।

  • डिजिटल भुगतान में भारत पूरी दुनिया से आगे – UPI एक ब्रांड बन चुका है। हर महीने UPI लेनदेन: ~12 अरब+ ट्रांज़ैक्शन्स।

  • 1 लाख+ स्टार्टअप्स, सेवा क्षेत्र का वैश्विक हिस्सा ~8%

मोड़ कहाँ आया?

भाग 1 – 1947 से 1959: आज़ादी की नींव

15 अगस्त 1947 — एक तरफ़ आज़ादी की खुशी, दूसरी तरफ़ विभाजन का गहरा ज़ख्म।

  • विभाजन का असर: लगभग 1.5 करोड़ लोग विस्थापित, लाखों की जानें गईं।

  • पहली सरकार: पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री, सरदार पटेल ने रियासतों का विलय किया — 562 रियासतें भारत का हिस्सा बनीं।

  • संविधान निर्माण: 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू, भारत बना गणतंत्र।

  • पहला आम चुनाव: 1951–52, 17.3 करोड़ मतदाता, 45% वोटिंग।

आर्थिक स्थिति:

  • GDP वैश्विक हिस्सेदारी ~3%।

  • कृषि पर भारी निर्भरता, उद्योग सीमित।

  • 1951 में शुरू हुई पहली पंचवर्षीय योजना – कृषि और सिंचाई पर फोकस।

Space और Defence:

  • ISRO तब नहीं था, लेकिन अंतरिक्ष कार्यक्रम की सोच शुरू।

  • रक्षा में सेना के पास सीमित संसाधन, लेकिन 1947-48 का पहला कश्मीर युद्ध लड़ा और पाकिस्तान को पीछे हटाया।

सामाजिक बदलाव:

  • महिलाओं को समान वोट अधिकार।

  • बड़े पैमाने पर शिक्षा योजनाओं की शुरुआत।

प्रेरक किस्सा:
बिहार के एक छोटे गाँव के लड़के, धीरेंद्रनाथ, 1948 में लखनऊ आकर इंजीनियरिंग पढ़ते हैं, और बाद में देश के पहले बड़े बांध भाखड़ा नंगल के निर्माण में योगदान देते हैं। यह पीढ़ी ‘राष्ट्र निर्माण’ की पहली ईंट थी।

भाग 2 – 1960 से 1969: चुनौतियों का दौर

(दूसरा दशक – युद्ध, अकाल और विज्ञान की उड़ान का काल)

राजनीतिक घटनाएँ:

  • 1962: चीन से युद्ध – भारत को करारा झटका, हिमालयी क्षेत्रों में कब्ज़ा गंवाना पड़ा।

  • 1965: पाकिस्तान से युद्ध – भारतीय सेना ने शौर्य दिखाया, लेकिन भारी आर्थिक दबाव पड़ा।

  • लाल बहादुर शास्त्री का नारा: "जय जवान, जय किसान"

  • 1966: इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं।

आर्थिक और सामाजिक स्थिति:

  • लगातार सूखे और खाद्यान्न संकट – अमेरिका से PL-480 के तहत गेहूँ आयात।

  • हरित क्रांति की शुरुआत – पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी में गेहूँ-धान उत्पादन में बूम।

Space और Defence:

  • 1962 में INCOSPAR की स्थापना, बाद में ISRO (1969) बना।

  • पहला रॉकेट थुम्बा (केरल) से छोड़ा गया।

  • रक्षा में स्वदेशी टैंक और तोपों पर शोध शुरू।

प्रेरक किस्सा:
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम 1960 में DRDO से जुड़ते हैं, और भारत के मिसाइल कार्यक्रम की बुनियाद डालते हैं।

भाग 3 – 1970 से 1979: स्वाभिमान और संघर्ष का दशक

(तीसरा दशक – युद्ध, परख, और आत्मनिर्भरता की शुरुआत)

राजनीतिक और सामरिक घटनाएँ

1970 का दशक भारत के इतिहास में उत्साह और उथल-पुथल दोनों का प्रतीक है।

1971 – भारत-पाकिस्तान युद्ध

  • पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में जनता पर पाकिस्तान सेना का दमन।

  • लाखों शरणार्थी भारत में आए।

  • भारत ने मानवीय और सामरिक दृष्टि से हस्तक्षेप किया।

  • दिसंबर 1971 — 13 दिन का युद्ध, जिसमें भारतीय सेना ने निर्णायक विजय पाई।

  • ढाका में पाक सेना ने आत्मसमर्पण किया — 93,000 सैनिक बंदी बने।

  • बांग्लादेश का जन्म।

  • पृष्ठभूमि: युद्ध के दौरान पाकिस्तानी नौसेना की पूर्वी कमान चिटगांव और मोंगला बंदरगाह से संचालित हो रही थी। उनका उद्देश्य था भारत के समुद्री मार्ग बाधित करना और रसद आपूर्ति बनाए रखना।

  • योजना: भारतीय नौसेना ने पूर्वी नौसैनिक कमान के तहत एक विशेष मिशन बनाया। तेज गति वाली मिसाइल बोट्स, युद्धपोत और फ्रिगेट्स का बेड़ा तैयार हुआ।

  • अभियान: भारतीय जहाज़ रात में बंगाल की खाड़ी में गहरे प्रवेश कर गए। चुपचाप नज़दीक पहुँचकर मिसाइलें दागीं।

  • परिणाम:

    • पाकिस्तानी नौसेना के कई जहाज़ डूबे।

    • चिटगांव और मोंगला के बंदरगाहों पर भारी क्षति।

    • समुद्री नाकेबंदी इतनी प्रभावी हुई कि पाकिस्तान की पूर्वी कमान रसद से कट गई।

  • सामरिक महत्व:

    • युद्ध के नतीजे को तेज़ किया।

    • यह भारतीय नौसेना के इतिहास का गौरवपूर्ण क्षण है, जिसने साबित किया कि हम समुद्र में भी समान रूप से घातक हैं।

अन्य घटनाएँ:

  • 1974 — पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण (Smiling Buddha)।

  • आपातकाल (1975–77) — लोकतंत्र की सबसे कठिन परीक्षा।

  • 1977 — आपातकाल समाप्त, जनता पार्टी की सरकार आई।

आर्थिक और सामाजिक बदलाव:

  • हरित क्रांति के चलते खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता।

  • औद्योगीकरण में Maruti project जैसी शुरुआती सोच, हालांकि पूरी तरह 80s में साकार हुई।

  • बेरोज़गारी और महंगाई के खिलाफ़ छात्र आंदोलनों का दौर।

Space और Defence में उपलब्धियाँ:

  • ISRO ने 1975 में पहला भारतीय उपग्रह आर्यभट्ट लॉन्च किया (सोवियत सहयोग से)।

  • DRDO ने मिसाइल और रडार परियोजनाओं पर गति पकड़ी।

  • नौसेना में स्वदेशी युद्धपोतों के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा।

प्रेरक किस्सा:

1971 के युद्ध में मेजर होशियार सिंह को उनके अद्वितीय साहस के लिए परमवीर चक्र मिला। गोलियों की बारिश में उन्होंने अपने सैनिकों के साथ दुश्मन की खाइयों पर कब्ज़ा किया — यह दिखाता है कि साहस, केवल हथियारों से नहीं, बल्कि जज़्बे से जन्म लेता है।

भाग 4 – 1980 से 1989: तकनीकी छलांग और सियासी उथल-पुथल

(चौथा दशक – अंतरिक्ष में उड़ान, धरती पर चुनौतियाँ)

राजनीतिक घटनाएँ

  • 1980 — इंदिरा गांधी की वापसी, जनता पार्टी सरकार का अंत।

  • पंजाब में अलगाववाद की शुरुआत, असम आंदोलन तेज़।

  • 1984 — ऑपरेशन ब्लू स्टार (स्वर्ण मंदिर में सैन्य कार्रवाई), फिर इंदिरा गांधी की हत्या।

  • राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने — 21वीं सदी के भारत का सपना दिखाया।

  • श्रीलंका में भारतीय शांति सेना (IPKF) भेजी गई।

आर्थिक स्थिति और बदलाव

  • GDP वृद्धि दर औसतन 5% के आसपास।

  • रंगीन टीवी का प्रसार, एशियाड 1982 के बाद उपभोक्ता वस्तुओं में तेजी।

  • कंप्यूटर और टेलीकॉम में शुरुआती निवेश — C-DOT की स्थापना।

  • बैंकिंग सेक्टर का विस्तार, ग्रामीण शाखाओं की बढ़ोतरी।

Space और Defence में उपलब्धियाँ

Space:

  • 1980 — भारत ने स्वदेशी SLV-3 से रोहिणी उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया।

  • INSAT-1B (1982) — संचार और मौसम की निगरानी में क्रांति।

  • 1988 — IRS-1A (Indian Remote Sensing Satellite) लॉन्च, कृषि, जल, और भूमि प्रबंधन में मदद।

Defence:

  • मिग-29 और मिराज-2000 लड़ाकू विमानों का शामिल होना।

  • आकाश मिसाइल परियोजना शुरू।

  • नौसेना ने INS Viraat को अपने बेड़े में शामिल किया — समुद्री ताकत बढ़ी।

सामाजिक बदलाव

  • टेलीविजन धारावाहिकों (रामायण, महाभारत) ने सांस्कृतिक एकता को मजबूती दी।

  • 1980 के दशक के अंत तक भारत में जनसंख्या ~85 करोड़ पहुँच गई।

  • शिक्षा में महिला साक्षरता दर में उल्लेखनीय सुधार।

प्रेरक किस्सा

1984 में राकेश शर्मा सोवियत यान सोयुज T-11 से अंतरिक्ष में गए। जब इंदिरा गांधी ने पूछा, "भारत अंतरिक्ष से कैसा दिखता है?", तो उन्होंने जवाब दिया —
"सारे जहाँ से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा"
यह वाक्य करोड़ों भारतीयों के दिल में आज भी गूंजता है।

भाग 5 – 1990 से 1999: उदारीकरण, कारगिल और IT क्रांति की शुरुआत

(पाँचवाँ दशक – आर्थिक खुलापन और सैन्य गर्जना)

राजनीतिक घटनाएँ

  • 1991 — प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या (चुनाव प्रचार के दौरान)।

  • पी. वी. नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री बने, डॉ. मनमोहन सिंह वित्त मंत्री।

  • 1992 — बाबरी मस्जिद विध्वंस, देशव्यापी तनाव।

  • 1996–1999 — लगातार गठबंधन सरकारें, राजनीतिक अस्थिरता।

आर्थिक क्रांति – Liberalisation 1991

  • विदेशी निवेश के लिए दरवाजे खुले।

  • लाइसेंस-राज खत्म, निजी क्षेत्र को बढ़ावा।

  • 1991 में विदेशी मुद्रा भंडार मात्र 1 अरब डॉलर था, दशक के अंत तक ~30 अरब डॉलर।

  • GDP वृद्धि दर 6–7% के आसपास।

  • दूरसंचार, ऑटोमोबाइल, बैंकिंग में बड़े बदलाव।

Space और Defence में उपलब्धियाँ

Space:

  • 1994 — PSLV का पहला सफल प्रक्षेपण।

  • 1999 — INSAT-2E, IRS-1C जैसी सैटेलाइट ने संचार और पृथ्वी अवलोकन में भारत को सक्षम बनाया।

Defence:

  • 1998 — पोखरण-II परमाणु परीक्षण (Operation Shakti)।

  • भारत अब खुलकर परमाणु शक्ति संपन्न देश बना।

  • 1999 — कारगिल युद्ध:

    • पाकिस्तानी घुसपैठ को सेना ने वीरता से खदेड़ा।

    • ऑपरेशन विजय — टाइगर हिल, तोलोलिंग जैसी ऊँचाइयों पर भारतीय सैनिकों ने तिरंगा फहराया।

सामाजिक और तकनीकी बदलाव

  • इंटरनेट की शुरुआत (1995), निजी मोबाइल सेवाओं का आगमन।

  • IT सेक्टर में Infosys, Wipro, TCS जैसी कंपनियों का उभार।

  • शिक्षा में निजी इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट संस्थानों का विस्तार।

प्रेरक किस्सा – कारगिल का नायक

कैप्टन विक्रम बत्रा, जिन्होंने टाइगर हिल पर विजय के बाद रेडियो पर कहा — "ये दिल मांगे मोर"
उनकी वीरता आज भी हर भारतीय के मन में जीवित है।

भाग 6 – 2000 से 2009: तेज़ विकास, आतंकवाद से जंग और अंतरिक्ष में उड़ान

(छठा दशक – नई सदी, नए अवसर और नई चुनौतियाँ)

राजनीतिक घटनाएँ

  • 2001 — गुजरात भूकंप, हज़ारों लोगों की जान गई।

  • 2001 — भारतीय संसद पर आतंकवादी हमला, देश में सुरक्षा व्यवस्था सख़्त हुई।

  • 2004 — अटल बिहारी वाजपेयी की NDA सरकार का अंत, डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने।

  • 2008 — मुंबई पर 26/11 आतंकवादी हमला, राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र में बड़े सुधार।

आर्थिक प्रगति

  • GDP वृद्धि दर 2003–2008 के बीच 8–9% तक पहुँची।

  • IT और BPO सेक्टर ने भारत को World’s Back Office बना दिया।

  • Sensex ने 20,000 अंक का स्तर पार किया (2008 से पहले)।

  • विदेशी मुद्रा भंडार ~300 अरब डॉलर तक पहुँचा।

Space में छलांग

  • 2001 — PSLV-C3 से TES (Technology Experiment Satellite) लॉन्च, 1 मीटर रेज़ोल्यूशन वाला पहला भारतीय उपग्रह।

  • 2008 — Chandrayaan-1 — भारत का पहला चंद्र मिशन, चंद्रमा पर पानी के अणु खोजने में सफलता।

  • INSAT और GSAT श्रृंखला से संचार क्रांति।

Defence में मजबूती

  • ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल का विकास और तैनाती।

  • सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमान को वायुसेना में शामिल करना।

  • नौसेना के लिए स्वदेशी युद्धपोत निर्माण में प्रगति।

सामाजिक बदलाव

  • शिक्षा के अधिकार (RTE) की दिशा में कानून का मसौदा तैयार।

  • शहरीकरण की रफ्तार तेज़ — मॉल संस्कृति, मेट्रो रेल प्रोजेक्ट्स (दिल्ली मेट्रो 2002 से)।

  • मोबाइल फोन का विस्फोटक प्रसार — दशक के अंत तक 40 करोड़ से अधिक कनेक्शन।

प्रेरक किस्सा — 26/11 का हीरो

एनएसजी कमांडो मेजर संदीप उन्नीकृष्णन ने ताज होटल में आतंकवादियों से लड़ते हुए अपनी जान दी। उनके आख़िरी शब्द थे — "Do not come up, I will handle them"


भाग 7 – 2010 से 2019: डिजिटल भारत, नई सैन्य नीति और अंतरिक्ष में महत्वाकांक्षा

(सातवाँ दशक – तकनीक, आत्मविश्वास और निर्णायक नेतृत्व)

राजनीतिक घटनाएँ

  • 2010 — कॉमनवेल्थ गेम्स, दिल्ली में भारत की मेजबानी, लेकिन भ्रष्टाचार विवादों ने छाया डाली।

  • 2014 — नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA को प्रचंड बहुमत, Minimum Government, Maximum Governance का नारा।

  • 2016 — नोटबंदी (Demonetisation) — नकली मुद्रा और काले धन पर प्रहार।

  • 2019 — धारा 370 का निरसन, जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन।

आर्थिक और डिजिटल परिवर्तन

  • 2010 के बाद भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में शामिल।

  • डिजिटल पेमेंट सिस्टम — UPI का लॉन्च (2016), Paytm और BHIM जैसे प्लेटफ़ॉर्म का विस्तार।

  • Startup India, Make in India, Skill India जैसी योजनाओं से उद्यमिता में बढ़ोतरी।

  • 2019 में GDP ~2.87 ट्रिलियन USD, दुनिया में पाँचवें स्थान पर।

Space की बड़ी छलांग

  • 2013 — Mangalyaan (Mars Orbiter Mission) — पहले ही प्रयास में मंगल की कक्षा में प्रवेश करने वाला एशिया का पहला देश।

  • 2017 — PSLV-C37 ने 104 उपग्रह एक साथ लॉन्च कर विश्व रिकॉर्ड बनाया।

  • 2019 — Chandrayaan-2 — यान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास पहुँचा, हालांकि लैंडर ‘विक्रम’ का संपर्क खो गया, लेकिन ऑर्बिटर आज भी काम कर रहा है।

Defence और राष्ट्रीय सुरक्षा

  • 2016 — Surgical Strike (Uri हमले के बाद) — LOC के पार आतंकी ठिकानों पर हमला।

  • 2019 — Balakot Airstrike (Pulwama हमले के बाद) — पाकिस्तान के अंदर आतंकी कैंप पर एयरफोर्स की कार्रवाई।

  • राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद और शामिल करना।

सामाजिक बदलाव

  • स्वच्छ भारत अभियान (2014) — खुले में शौच की दर में तेज़ कमी।

  • आयुष्मान भारत योजना — 50 करोड़ से अधिक लोगों के लिए स्वास्थ्य बीमा।

  • बिजली, LPG कनेक्शन, और सड़क संपर्क में ऐतिहासिक वृद्धि।

प्रेरक किस्सा — Mangalyaan का चमत्कार

ISRO के वैज्ञानिकों ने 450 करोड़ रुपये के कम बजट में मंगल मिशन पूरा किया, जो हॉलीवुड की फिल्म Gravity से भी सस्ता था। यह सिर्फ़ इंजीनियरिंग की जीत नहीं, बल्कि भारतीय जुगाड़ और नवाचार की भी मिसाल है।

भाग 8 – 2020 से 2025: महामारी, आत्मनिर्भर भारत और वैश्विक नेतृत्व

(आठवाँ दशक – संकट से अवसर तक की यात्रा)

महामारी और स्वास्थ्य चुनौतियाँ

  • 2020 — COVID-19 महामारी ने दुनिया को रोक दिया। भारत में मार्च से सख़्त Lockdown

  • PM CARES Fund और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में तेज़ निवेश।

  • Covaxin और Covishield जैसी वैक्सीन का स्वदेशी उत्पादन और Vaccine Maitri मिशन के तहत 100 से अधिक देशों को वैक्सीन आपूर्ति।

  • 2021 — दूसरी लहर ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर भारी दबाव डाला, लेकिन ऑक्सीजन प्लांट और अस्पताल क्षमता में तेज़ विस्तार हुआ।

आर्थिक और नीतिगत परिवर्तन

  • 2020 में Atmanirbhar Bharat Abhiyan — MSME, स्टार्टअप, और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा।

  • PLI (Production Linked Incentive) योजना — इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, सोलर, और रक्षा उत्पादन में स्वावलंबन।

  • 2023 में भारत ने UK को पीछे छोड़कर दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा फिर हासिल किया।

  • 5G नेटवर्क का लॉन्च (2022) — टेलीकॉम में नई क्रांति।

Space में स्वर्णिम सफलता

  • 2022 — SSLV (Small Satellite Launch Vehicle) का पहला प्रक्षेपण।

  • 2023 — Chandrayaan-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया। भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बना।

  • 2024–25 — Gaganyaan Mission की तैयारी अंतिम चरण में।

Defence और रणनीतिक उपलब्धियाँ

  • 2020 — गलवान घाटी संघर्ष में भारतीय सेना का साहसिक जवाब।

  • Tejas लड़ाकू विमान का स्वदेशी उत्पादन तेज़।

  •  2025 की शुरुआत में हिंद महासागर क्षेत्र में एक रणनीतिक नौसैनिक अभियान, जिसका उद्देश्य था दुश्मन के समुद्री मार्गों पर नियंत्रण स्थापित करना और सामरिक दबाव बनाना। इसमें INS Vikrant, INS Arihant और उन्नत पनडुब्बियों ने हिस्सा लिया।

    • यह ऑपरेशन भारत की Blue Water Navy क्षमता का शानदार प्रदर्शन था।

    • रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह भविष्य में हिंद-प्रशांत (Indo-Pacific) क्षेत्र में भारत की भूमिका को मजबूत करेगा।

    • Operation Sindoor (2025)

      • अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई निर्दोष नागरिक मारे गए। भारत सरकार ने इसे “जीरो टॉलरेंस” नीति के तहत आतंक ढांचे पर लक्षित जवाब देने का आधार बताया।

      • कार्रवाई: 7 मई 2025 की सुबह, भारत ने stand-off precision strikes के ज़रिये 9 आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों को मिनटों के भीतर निशाना बनाया।

      • विशेषताएँ:

        • LoC/International Border पार नहीं किया गया।

        • केवल आतंक ढांचे पर हमला — पाकिस्तानी सेना या नागरिक क्षेत्रों को टारगेट नहीं बनाया गया।

        • ऑपरेशन पूरी तरह network-centric operations, electronic warfare, layered air defence, और ड्रोन तकनीक से संचालित।

      • सूचना युद्ध: साथ ही, फर्जी खबरों और अफ़वाहों के खिलाफ़ PIB Fact-Check Unit ने तेज़ी से काम किया, 1,400 से अधिक झूठे URLs ब्लॉक कराए।

      • परिणाम: ऑपरेशन के बाद शामिल जवानों और अधिकारियों को स्व वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।

      मंच शैली में पंक्ति:
      “भाइयो-बहनो, Operation Sindoor ने दुनिया को दिखा दिया कि नया भारत शांति चाहता है, पर आतंक के खिलाफ़ zero-tolerance रखता है। मिनटों में नौ आतंकी ठिकाने ध्वस्त, बिना सीमा पार किए — ये है हमारी शक्ति और संयम का संगम।”

वैश्विक नेतृत्व

  • 2023 — भारत की G20 अध्यक्षता, Vasudhaiva Kutumbakam (One Earth, One Family, One Future) का संदेश।

  • वैश्विक दक्षिण (Global South) के मुद्दों पर भारत की आवाज़ मज़बूत।

सामाजिक और डिजिटल विकास

  • 2021–2025 में UPI लेनदेन में विस्फोटक वृद्धि — हर महीने अरबों ट्रांज़ैक्शन।

  • ड्रोन, AI, और EV (Electric Vehicles) का बड़े पैमाने पर अपनाना।

  • ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट और डिजिटल सेवाओं की पहुँच में तेज़ सुधार।

प्रेरक किस्सा — Chandrayaan-3 की लैंडिंग

जब Vikram Lander ने चंद्रमा की सतह को छुआ, इसरो के कंट्रोल रूम में तिरंगे के साथ वैज्ञानिकों की आँखों में आँसू थे। यह सिर्फ़ विज्ञान नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का सपना था जो सच हुआ।

अठत्तर साल… हमें बताते हैं…
कि भारत… चाहे किसी भी चुनौती का सामना करे…
वो न हारता है… न झुकता है।
हमने… अंधकार से उजाले तक… गरीबी से विकास तक…
हर कदम पर इतिहास रचा है।


तो आइए… इस पंद्रह अगस्त को…
हम तिरंगे के नीचे… एक वादा करें…
भारत… सबसे बड़ा ही नहीं… सबसे श्रेष्ठ भी होगा।

जय हिंद…
जय भारत।
G D PANDEY